बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A इतिहास - आधुनिक विश्व का इतिहास (1453 ई. से 1815 ई.) बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A इतिहास - आधुनिक विश्व का इतिहास (1453 ई. से 1815 ई.)सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A इतिहास - आधुनिक विश्व का इतिहास (1453 ई. से 1815 ई.) - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- फ्राँस में ही क्रान्ति क्यों हुई? स्पष्ट करें।
उत्तर -
"फ्राँस में ही क्रान्ति क्यों हुई?" - यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है क्योंकि कई यूरोपीय राष्ट्रों में . फ्राँस से अधिक बदतर स्थिति थी। निरंकुश राजतंत्र तथा करों का साधारण वर्ग पर असहनीय दबाव था। फ्रॉस का किसान जर्मनी, इटली और रूस के कृषि दासों से अधिक स्वतंत्र था। प्रशा के किसानों की दशा फ्राँस के किसानों से बदतर थी। यूरोपीय राष्ट्रों में केवल फ्रांस में ही क्रान्ति होने के संकेत विद्यमान थे। इस संबंध में निम्न बातें विचारणीय हैं -
(1) फ्राँस में बहुत पहले राष्ट्रीय राज्य की स्थापना हो चुकी थी तथा सम्पूर्ण राष्ट्र एक राजनीतिक सूत्र में परिबद्ध हो गया था। राष्ट्रीय एकता ने राष्ट्रव्यापी जनमत, राष्ट्रव्यापी आंदोलन एवं राष्ट्रव्यापी नीति अपनाने में योगदान किया। फ्राँस की क्रान्ति एक रूप में सामन्ती व्यवस्था के विरुद्ध होने पर भी इसका रूप इतना विकृत नहीं था, जितना आस्ट्रिया, प्रशा व इटली में था।
(2) फ्राँस का किसान, अपेक्षाकृत जागरूक था। अन्य यूरोपीय राष्ट्रों के लोग कुलीनों के अत्याचारों को ईश्वर की देन समझकर स्वीकार करते थे। किन्तु फ्राँस के कृषक अपनी दलित स्थिति से असंतुष्ट थे और उसे समाप्त करना चाहते थे। अन्य यूरोपीय अर्धदास किसानों के विपरीत फ्राँस का किसान अधिकांश संख्या में स्वतंत्र हो गया था। किन्तु सामन्तीय सेवाओं का अन्त नहीं हुआ था जो उन्हें अखरती थी।
(3) विभिन्न कारणों से निर्धन, अधिकारहीन सामन्त लुई सोलहवें के अकर्मण्य व कमजोर शासन के समय अपनी खोई हुई राजनीतिक स्थिति को पाने की चेष्टा कर रहे थे। विभिन्न षडयन्त्रों में असफल होने के बाद वे राजनीतिक उथल-पुथल के समर्थक हो गए। इसलिए उन्होंने स्टेट्स जनरल का अधिवेशन बुलाने की माँग का समर्थन किया।
(4) 18वीं सदी के विद्वान लेखकों के विचारों से प्रभावित होकर अनेक यूरोपीय राज्यों का शासन निरंकुशता के साथ प्रजाहित चिंतक हो गया था। फ्राँस में कोई प्रबुद्ध शासक क्रान्ति से पूर्व नहीं हुआ था। यदि परिवर्तित समय को ध्यान में रखकर फ्राँस में वंशानुगत निरंकुशता के स्थान पर प्रबुद्ध निरंकुशता की स्थापना की जाती, तो क्रान्ति कुछ समय के लिए टाली जा सकती थी।
(5) फ्राँस के प्रबुद्ध दार्शनिकों ने फ्रांस के समाज में व्याप्त असामनता, भ्रष्टाचार, धार्मिक अंधविश्वास का भण्डाफोड़ कर कुलीन वर्ग के विलासी जीवन को जनता के समक्ष रखा। वाल्टेयर ने चर्च पर प्रहार किया। रूसो ने स्पष्ट किया कि शासक को जनता के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए। मांटेस्क्यू ने पृथक्करण के सिद्धांत द्वारा शासन का विभाजन करने का विचार प्रस्तुत किया। बौद्धिक क्रान्ति ने फ्रांस के प्रबुद्धवादियों को अपने लेखों द्वारा फ्राँसीसियों के मस्तिष्क में एक बौद्धिक हलचल उत्पन्न कर क्रान्ति का मनोवैज्ञानिक आधार तैयार किया।
(6) क्रान्तिकारी विचार को समझने के लिए एक जागरूक समुदाय की आवश्यकता होती है, जो फ्राँस में मौजूद था। यूरोप के अन्य देशों में एक सम्पन्न प्रगतिशील जागरूक मध्यम वर्ग का अभाव था। फ्राँस में मध्यम वर्ग की आर्थिक स्थिति ठीक होते हुए भी प्रशासन के महत्वपूर्ण पदों पर इनका अधिकार नहीं होने से उन्हें अपनी तुच्छ स्थिति का ज्ञान होता था। फ्राँसीसी सरकार के दिवालिया होने से भी मध्यम वर्ग की व्यग्रता बढी क्योंकि मध्यम वर्ग के अनेक सदस्यों ने सरकार को कर्ज दे रखा था। अतः वे तत्कालीन राजनीतिक एवं आर्थिक व्यवस्था में परिवर्तन चाहते थे।
(7) फ्राँस की राजधानी पेरिस राष्ट्र के राजनीतिक एवं प्रशासनिक जीवन का केन्द्र बन चुकी थी। अतः जब क्रान्तिकारी सेनाओं ने उस पर अधिकार कर लिया तो सम्पूर्ण राष्ट्र उसके साथ हो गया। यूरोप के अन्य देशों में प्रशासनिक केन्द्रीकरण या तो उस समय तक बिल्कुल नहीं था और यदि था भी तो अत्यल्प अवस्था में। जबकि पेरिस में शासन का अधिक केन्द्रीयकरण होने की वजह से वहाँ की हलचल का सम्पूर्ण राष्ट्र पर प्रभाव पड़ा।
(8) शासन ही नहीं फ्राँस में धन का भी केन्द्रीकरण शहरी सामन्त वर्ग में था। अन्य देशों में सामन्त भी कृषकों के बीच ही रहता था। अकाल के समय किसान जब सामन्तों के पास सहायता की आशा से शहर आता था तो अपने व सामन्त वर्ग के मध्य घोर अन्तर पाता था। इस प्रकार एक ओर दुःख दारिद्रय और दूसरी ओर धन और रंगरेलियाँ क्रान्ति की चिनगारी को भड़काने के लिए काफी था।
(9) फ्राँस के सैनिक जब अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम में सफलतापूर्वक भाग लेकर वापस फ्राँस आए तो उनके मन में यह भावना उदित हुई कि जब वे दूसरों को अत्याचारों से मुक्ति दिला सकते हैं, स्वयं क्यों नहीं अपनी स्थिति सुधार सकते हैं। यह विचार अन्य यूरोपीय राज्यों में नहीं आया। इसके अतिरिक्त फ्राँसीसियों ने अमेरिकी क्रान्ति से सीखा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता (लिबर्टी) है, न कि प्रसन्नता अथवा खुशहाली अथवा सत्ता अथवा ऐतिहासिक विरासत की सुरक्षा बौद्धिक विकास अथवा सत्यगुणों की वृद्धि।
(10) फ्राँस की सेना शासन से असंतुष्ट थी। उनके वेतन कई महीनों से बाकी थे। उनको पहनने के लिए न अच्छे कपड़े और न खाने के लिए अच्छा भोजन ही मिलता था। दूसरे देशों की सेनाएँ अपनी सरकार से इस तरह असंतुष्ट नहीं थीं। वे विद्रोह को दबाने में सरकार का साथ देने को तत्पर रहती थीं। किन्तु फ्राँस में सैनिक अपनी सरकार से इतने असंतुष्ट थे कि विद्रोह छिड़ने पर उन्होंने विद्रोहियों का साथ दिया।
संक्षेप में कहा जा सकता है कि जागरूक मध्यम वर्ग, सामन्ती व्यवस्था का विकृत रूप, सामन्तों की राजनीतिक शक्ति प्राप्त करने की लालसा, दार्शनिकों का प्रभाव, योग्य शासक का अभाव, किसानों के मन में सुधारों की इच्छा, पेरिस का महत्व, अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम से सम्पर्क, सैनिकों में असंतोष आदि कारणों से फ्राँस में ही क्रान्ति का विस्फोट हुआ।
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- प्रश्न- यूरोप में राष्ट्रीय राज्यों के उदय का वर्णन कीजिए और उनके पतन की समीक्षा कीजिए
- प्रश्न- फिलिप-II की विदेश नीति एवं धार्मिक नीति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- फिलिप-II की धार्मिक नीति पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- एक वंशानुगत शासक के रूप में चार्ल्स पंचम की समस्याओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूस के आधुनिकीकरण हेतु पीटर महान ने क्या उपाय किये
- प्रश्न- "एलिजाबेथ का शासनकाल इंग्लैंड के इतिहास का स्वर्ण युग था।' इस कथन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- सामन्तवाद के पतन के लिए उत्तरदायी कारणों का उल्लेख कीजिए। (कानपुर 2012)
- प्रश्न- यूरोपीय सामन्तवाद की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- स्पेन के सम्राट चार्ल्स पंचम पर संक्षिप्त नोट लिखिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय राज्यों के उदय के कारण स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- निरंकुशवाद की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- राष्ट्रीय राज्यों के उदय के परिणामों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- स्पेन के उत्कर्ष के क्या कारण थे?
- प्रश्न- रूस के पीटर महान का प्रबुद्ध निरंकुश शासक के रूप में मूल्याँकन कीजिए।
- प्रश्न- चार्ल्स पंचम के शासनकाल की प्रमुख गतिविधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चार्ल्स पंचम की गृह नीति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- सोलहवीं सदी में यूरोप में राष्ट्रीयता का उदय किन तत्वों के अन्तर्सयोजन का परिणाम था?
- प्रश्न- स्पेन के पंतन के क्या कारण थे?
- प्रश्न- नीदरलैण्ड के विद्रोह के क्या कारण थे?
- प्रश्न- हेनरी चतुर्थ ने फ्रांस को किस प्रकार सुदृढ़ किया था? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रबुद्ध निरंकुशवाद से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- कैथेरिन द्वितीय के जीवन चरित्र एवं कार्यों का मूल्याँकन कीजिए।
- प्रश्न- पीटर महान की 'खुली खिड़की' की नीति के विषय में आप क्या जानते थे? इस नीति के क्रियान्वयन में वह कहाँ तक सफल रहा?
- प्रश्न- प्रबुद्ध निरंकुशवाद के पतन के क्या कारण थे?
- प्रश्न- फर्डीनेण्ड और ईसाबेला की उपलब्धियों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- फिलिप द्वितीय की गृहनीति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- तानाशाही के गुण एवं दुर्गुण क्या हैं?
- प्रश्न- हेनरी चतुर्थ की विदेश नीति पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- हेनरी सप्तम की गृहनीति का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कैथरीन द्वितीय की धार्मिक नीति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- हेनरी अष्टम् की धार्मिक नीति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मेरी ट्यूडर का मूल्याँकन कीजिए।
- प्रश्न- चार्ल्स द्वितीय की विदेश नीति पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- हेनरी अष्टम् व पोप के मध्य संघर्ष का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चार्ल्स पंचम की धार्मिक नीति पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- क्या फ्रेडरिक महान को सही अर्थों में एक प्रबुद्ध निरंकुश शासक कहा जा सकता है?
- प्रश्न- लुई ग्यारहवाँ क्या वास्तव में 'फ्रांसीसी राष्ट्र निर्माता' था? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रोटेस्टेण्ट धर्म की विशेषताएँ क्या थीं?
- प्रश्न- 16वीं सदी की धार्मिक उथल-पुथल का क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- काल्विनवाद की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ऐंग्लिकन चर्च का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- काल्विनवाद के प्रमुख सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पुनर्जागरण से क्या तात्पर्य है? पुनर्जागरण के विभिन्न कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- पुनर्जागरण के कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- यूरोपीय देशों के जनजीवन पर पुनर्जागरण के प्रभावों की विस्तार सहित व्याख्या कीजिए?
- प्रश्न- यूरोप में पुनर्जागरण के फलस्वरूप मानव के सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक क्षेत्र में क्या परिवर्तन हुए? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- पुनर्जागरण की शुरूआत इटली से ही क्यों हुई?
- प्रश्न- पुनर्जागरण की प्रमुख विशेषताएँ या लक्षण क्या थे?
- प्रश्न- पुनर्जागरण का राजनीतिक क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ा था?
- प्रश्न- पुनर्जागरण का स्थापत्य कला के क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- पुनर्जागरण का मूर्तिकला के क्षेत्र में क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- पुनर्जागरण का संगीत कला पर क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- पुनर्जागरण का विज्ञान के क्षेत्र में क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- पुनर्जागरणकाल के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- जर्मनी में पुनर्जागरण पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- रोम में पुनर्जागरण से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- पुनर्जागरण काल में इटली में साहित्य एवं कला के विकास की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- पुनर्जागरण का साहित्य के क्षेत्र में क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- यूरोप में धर्म सुधार आन्दोलन का वर्णन कीजिए। काल्विनवाद तथा लूथरवाद की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- काल्विनवाद से आप क्या समझते हैं? काल्विन का लूथर से तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के महत्व एवं परिणामों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- धार्मिक सुधार प्रतिक्रिया आन्दोलन में कौन-कौन से सहायक तत्त्व थे?
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन से आप क्या समझते हैं? इस आन्दोलन की पृष्ठभूमि तथा कारणों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के तात्कालिक कारण बताइये।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के बौद्धिक जागरण सम्बन्धी कारण बताइये।
- प्रश्न- धर्म सुधार के आर्थिक एवं धार्मिक कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार के राजनीतिक कारणों को समझाइये।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन में मार्टिन लूथर के योगदान का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिधर्म सुधार आन्दोलन से आप क्या समझतें हैं?
- प्रश्न- "धर्म सुधार आन्दोलन पोप-पद की सांसारिकता का भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक नैतिक विद्रोह था।' वाइनर एवं मार्टिन के इस कथन की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- प्रति धर्म सुधार आन्दोलन से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व और परिणामों का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिवादी धर्म सुधार आन्दोलन को निरूपित कीजिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के क्या कारण थे?
- प्रश्न- धर्म सुधार आंदोलन के परिणामों की संक्षिप्त विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मार्टिन लूथर के बारे में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- मार्टिन लूथर के विचारों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के आर्थिक कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के क्या राजनीतिक कारण थे?
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन का तात्कालिक कारण क्या था?
- प्रश्न- आग्सबर्ग संधि की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन का यूरोप के राजनैतिक और आर्थिक विकास पर क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- ऐंग्लिकन विचारधारा का धर्म सुधार आन्दोलन में क्या योगदान रहा?
- प्रश्न- इंग्लैंड में धर्म सुधार के क्या कारण थे?
- प्रश्न- जैसुइट संघ का महत्व बताइए।
- प्रश्न- फ्रांस में धर्म सुधार आन्दोलन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के स्वरूप को बताइये।
- प्रश्न- जर्मनी के धर्म सुधार आन्दोलन के क्या कारण थे?
- प्रश्न- धर्म सुधार आन्दोलन के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- यूरोप में कैथोलिक चर्च ने धार्मिक आन्दोलनों को रोकने के लिए क्या प्रयास किए? इन प्रयासों में उसे कहाँ तक सफलता प्राप्त हुई?
- प्रश्न- तीस वर्षीय युद्ध के विकास की प्रमुख घटनाओं का सविस्तार वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- तीस वर्षीय युद्ध के कारणों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- तीस वर्षीय युद्ध के क्या परिणाम हुए व इसका यूरोपीय इतिहास में क्या महत्व है?
- प्रश्न- तीस वर्षीय युद्ध के परिणामों को संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- वेस्टफालिया की सन्धि पर संक्षित टिपणी लिखिए।
- प्रश्न- वेस्टफेलिया की सन्धि के क्या प्रावधान थे?
- प्रश्न- वेस्टफेलिया की सन्धि के क्या परिणाम हुए?
- प्रश्न- तीस वर्षीय युद्ध में स्पेन की पराजय के क्या कारण थे?
- प्रश्न- इंग्लैण्ड ने सन् 1688 ई. की क्रान्ति के कारणों तथा परिणामों की व्याख्या कीजिए। इस क्रान्ति को 'गौरवपूर्ण (वैभवशाली) क्रान्ति तथा रक्तहीन क्रान्ति क्यों कहा जाता है?
- प्रश्न- 1688 ई. क्रान्ति के प्रमुख कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- क्रान्ति के प्रभाव अथवा परिणामों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- हेनरी सप्तम ने इंग्लैण्ड में किस प्रकार एक सुदृढ़ राज्य की स्थापना की थी? समझाइये।
- प्रश्न- हेनरी सप्तम की गृह नीति अथवा आन्तरिक उपलब्धियों के बारे में ज्ञात कीजिए।
- प्रश्न- हेनरी सप्तम की सफलता के कारणों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- हेनरी सप्तम की विदेश नीति के बारे में बताइए।
- प्रश्न- एलिजाबेथ का शासनकाल इंग्लैण्ड के इतिहास में स्वर्ण युग था। इस कथन के औचित्य को सिद्ध कीजिए।
- प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन में संसदीय सुधारों का क्रमागत अध्ययन प्रस्तुत कीजिए। (कानपुर 2018)
- प्रश्न- एलिजाबेथ के शासनकाल में इंग्लैण्ड की नीति के प्रमुख उद्देश्य क्या थे?
- प्रश्न- एलिजाबेथ की वैदेशिक उपलब्धियों को समझाइये।
- प्रश्न- गौरवपूर्ण क्रान्ति के धार्मिक परिणाम क्या निकले?
- प्रश्न- गुलाबों के युद्ध के महत्त्व को समझाइए।
- प्रश्न- इंग्लैण्ड की क्रान्ति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- इंग्लैण्ड की वैभवपूर्ण क्रान्ति का महत्व बताइये।
- प्रश्न- एलिजाबेथ के समझौते पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- चार्ल्स द्वितीय कौन था?
- प्रश्न- इंग्लैंड के द्वितीय गृहयुद्ध (1646-1649 ई.) के संक्षिप्त परिणाम लिखिए।
- प्रश्न- एलिजाबेथ के चरित्र का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 1688 की गौरवपूर्ण क्रान्ति के राजनीतिक, धार्मिक तथा तात्कालिक कारणों को संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- इंग्लैण्ड की क्रान्ति को रक्तहीन क्रान्ति क्यों कहा जाता है?
- प्रश्न- इंग्लैण्ड के भारतीय उपनिवेश की स्थापना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- इंग्लैण्ड की एलिजाबेथ प्रथम की विदेश नीति का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
- प्रश्न- 'इंग्लैण्ड' में संसदीय व्यवस्था पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- गौरवपूर्ण क्रांति के परिणाम स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- इंग्लैंड द्वारा उत्तरी अमेरिका में उपनिवेश की स्थापना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- औद्योगिक क्रान्ति से आप क्या समझते हैं? अमेरिकी क्रान्ति के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका की क्रांति के घटना चक्र का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- क्रान्ति पूर्ण अमेरिका की स्थिति पर प्रकाश डालिए तथा अंग्रेजों की असफलता के कारण बताइए।
- प्रश्न- अमेरिकी क्रान्ति का स्वरूप क्या था? क्रान्ति के प्रभावों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी क्रान्ति के महत्व का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
- प्रश्न- औद्योगिक क्रान्ति के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- औद्योगिक क्रान्ति प्रभावों को विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी क्रान्ति का स्वरूप बताइए।
- प्रश्न- अमेरिका में उपनिवेशवाद के महत्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- अमेरिका के स्वतन्त्रता संग्राम के दो कारण बताइये।
- प्रश्न- 'बोस्टन टी पार्टी' से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- अमेरिकी क्रान्ति के प्रमुख कारणों में उस पर इंग्लैण्ड द्वारा लगाये जाने वाले नवीन कर व एक्ट भी थे। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी क्रांति के महत्व का परीक्षण कीजिए
- प्रश्न- अमेरिकी क्रान्ति के परिणामों को संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- "फ्रांस की क्रांति जितनी शस्त्रों का संघर्ष थी उतनी ही विचारों की " कथन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- 1789 की क्रांति से पूर्व फ्रांस की राजनैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक दशा का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 1789 ई. की फ्रांसीसी क्रान्ति के तात्कालिक, सामाजिक तथा राजनीतिक कारणों को बताइए।
- प्रश्न- बौद्धिक आन्दोलन का फ्रांस की क्रांति पर क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- फ्राँस में ही क्रान्ति क्यों हुई? स्पष्ट करें।
- प्रश्न- फ्रांस की राज्य क्रान्ति के क्या परिणाम थे?
- प्रश्न- सन् 1789 ई. की फ्रांसीसी क्रान्ति के महत्त्व पर प्रकाश डालिए। फ्रांस में ही क्रान्ति पहले क्यों हुई?
- प्रश्न- फ्रांसीसी क्रान्ति के प्रारम्भ होने के प्रमुख कारण बताइये।
- प्रश्न- स्वतन्त्रता, समानता तथा बन्धुत्व की भावनाएँ 1789 की फ्रांसीसी क्रान्ति का परिणाम थी। परीक्षण कीजिए।
- प्रश्न- फ्रांसीसी क्रान्ति (सन् 1789 ई.) के राजनैतिक कारण बताइए।
- प्रश्न- फ्रांसीसी क्रान्ति की उपलब्धियों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- रूसो कौन था उसके विचारों की समीक्षा कीजिए।
- प्रश्न- 1789 ई. की फ्रांसीसी क्रान्ति के आर्थिक कारणों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- दांते कौन था? फ्रांसीसी क्रान्ति में उसका क्या योगदान रहा?
- प्रश्न- वाल्टेयर तथा दिदरों के विचारों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- क्वेस्ने तथा मान्टेस्क्यू के विचारों को प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- फ्रांसीसी क्रांति का प्रारम्भ किस प्रकार हुआ?
- प्रश्न- 1789 की फ्रांस की क्रांति की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बास्तील के पतन पर संक्षित टिपणी लिखिये।
- प्रश्न- फ्रांस की पुरातन व्यवस्था की मुख्य कमियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- "जैकोबिन क्लब" की फ्रांस की क्रांति में क्या भूमिका थी?
- प्रश्न- जिरोंदिस्तों की फ्रांस की क्रांति में क्या भूमिका थी?
- प्रश्न- 1789 ई. में फ्रांस की क्रांति के समय तत्कालीन राजा और रानी की भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- फ्रांस में 14 जुलाई का महत्व क्यों है?
- प्रश्न- "नेपोलियन क्रांति का मित्र एवं शत्रु दोनों था।" चर्चा कीजिये।
- प्रश्न- 1799 के संविधान पर प्रकाश डालिए। प्रथम सलाहकार के रूप में नेपोलियन के कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन की महाद्वीपीय व्यवस्था क्या थी? इसकी असफलता के क्या कारण थे?
- प्रश्न- महाद्वीपीय व्यवस्था की असफलता को समझाइए।
- प्रश्न- नेपोलियन बोनापार्ट के पतन के क्या कारण थे?
- प्रश्न- "मैं क्रान्ति का पुत्र हूँ।"मैंने क्रान्ति को नष्ट किया।" नेपोलियन के इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- 'यदि नेपोलियन बोनापार्ट का अन्त वर्ष 1807 में हो जाता, तो वैश्विक सैन्य इतिहास में वह सर्वश्रेष्ठ माना जाता।" कथन का परीक्षण कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांस के पुनर्निर्माण के लिए क्या प्रयत्न किये?
- प्रश्न- नेपोलियन की महाद्वीपीय व्यवस्था संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- टिलसिट की सन्धि पर एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- नेपोलियन बोनापार्ट के प्रारम्भिक जीवन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन बोनापार्ट वाटरलू के युद्ध में क्यों असफल रहा?
- प्रश्न- 1804 1807 के मध्य नेपोलियन के उत्कर्ष पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- नेपोलियन के सौ दिनों के शासन पर लेख लिखिए।
- प्रश्न- सम्राट के रूप में नेपोलियन का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन युग का महत्व स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन द्वारा राजतन्त्रवादियों के विद्रोहों के दमन पर लघु लेख लिखिए।
- प्रश्न- नेपोलियन पर रोमन कानून का क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- नेपोलियन की सफलता के प्रमुख कारण कौन-कौन से थे? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांस के सम्राट का पद कैसे ग्रहण किया? अतः जनता ने उसे क्यों मान्यता दी?
- प्रश्न- नेपोलियन के प्रशासन सम्बन्धी सुधारों का वर्णन करो?
- प्रश्न- नेपोलियन प्रथम के पतन के कारणों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्रथम कॉन्सल के रूप में नेपालियन द्वारा किए गए सुधारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन बोनापार्ट का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- नेपोलियन के सार्वजनिक और शिक्षा सम्बन्धी सुधारों का वर्णन कीजिए?